Tuesday, January 19, 2010

फुर्फुन्दियों फुर्फुन्दियों

फुर्फुन्दियों फुर्फुन्दियों ,
अब न उड़ो अब न उड़ो ,
छुप जाओ कहीं सुम्म ,
हो जाओ कहीं गुम्म.
फुर्फुन्दियों फुर्फुन्दियों ....

उड़ ली बहुत , थक जायेगी,
धड़कन तेरी रुक जायेगी,
गिर के धरा पे धम्म से ,
मर जायेगी , मर जायेगी ,
जायेगी इस जनम से ,

बस पल दो पल में ही,
गति की दुर्गति हो जायेगी,
तुझपर हज़ारों चींटियों की,
चादरें बिछ जायेगी.|
नुच जायेगी नुच जायेगी ,
नुच जायेगी कसम् से |

कर ले जतन , कर ले जतन ,कर ले जतन ,
जब तक उखड ना जाए सांस या बदन ,
बच्चा कोई तेरी नुकीली पूँछ पे ,
फंदा लगा के कैबरे करवाएगा |
नच्वायेगा , तड्पाएगा ,
अब ना उड़ो , अब ना उड़ो ,
अब ना उड़ो फुर्फुन्दियों ||