Saturday, November 14, 2009

टनाटन

जो दुनिया करती है वो दुनिया करे , हम तो भैय्या ऐसे ही टनाटन हैं ,
लोग मीटर घिसे तो घिसने दो अपनी तो छींक में भी वजन है |

उठा के जूता सर पे मार ,
कल नगद आज उधार ,
यह उल्टा जीवन धन-धन है ,
जो दुनिया करती है वो दुनिया करे , हम तो भैय्या ऐसे ही टनाटन हैं |

फोकट की बातें बेकार ,
झूठी यारी झूठा प्यार ,
बाबाजी का यही कथन है ,
जो दुनिया करती है वो दुनिया करे , हम तो भैय्या ऐसे ही टनाटन हैं |

मर गए पोथी पढने वाले,
कुछ कहने कुछ करने वाले , \
कर ले बेटा जो भी मन है ,
जो दुनिया करती है वो दुनिया करे , हम तो भैय्या ऐसे ही टनाटन हैं |

आगे की क्या सोच रहा ,
क्यूँ सर की खेती नोच रहा ,
जीवन तो ये बस जीवन है ,
आगे पीछे खालीपन है ,
जो दुनिया करती है वो दुनिया करे , हम तो भैय्या ऐसे ही टनाटन हैं ,
लोग मीटर घिसे तो घिसने दो अपनी तो छींक में भी वजन है |

2 comments:

  1. wah wah wah wah

    ye waali behtar hai.. :D

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  2. hey praval...yahan pe is kavita main tanatan kya signify kar raha hai!!?? is it well being or some thing else???

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